रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), एक ऐसी टीम जिसके पास विराट कोहली जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं और जिनके समर्थक पूरे आईपीएल में अपनी अटूट निष्ठा के लिए जाने जाते हैं, IPL 2025 में एक ऐसे अनचाहे रिकॉर्ड का सामना कर रही है जो उनके उत्साही फैंस के दिलों को तोड़ रहा है।
फाफ डु प्लेसिस की जगह कप्तानी कर रहे रजत पाटीदार की अगुवाई वाली RCB भले ही इस सीजन की पॉइंट्स टेबल के ऊपरी पायदानों पर अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब रही हो, लेकिन उनके घरेलू प्रदर्शन ने टीम की कमजोर कड़ी को उजागर कर दिया है। IPL 2025 के आधे लीग चरण की समाप्ति तक, RCB ने सात मुकाबले खेले हैं, जिनमें से चार में उन्होंने जीत का स्वाद चखा है। हालांकि, जो बात टीम के समर्थकों को सबसे ज्यादा निराश कर रही है, वह यह है कि RCB को अपने घरेलू मैदान, बेंगलुरु के प्रतिष्ठित एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में अभी तक एक भी जीत हासिल नहीं हुई है। इस शर्मनाक प्रदर्शन के साथ, RCB इस सीजन की पहली और एकमात्र ऐसी टीम बन गई है जिसे अपने घर पर खेले गए सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
RCB के IPL 2025 के घरेलू अभियान की शुरुआत गुजरात टाइटन्स के खिलाफ एक निराशाजनक हार के साथ हुई, जहाँ उन्हें 8 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस हार ने टीम के मनोबल को झटका दिया, लेकिन फैंस को उम्मीद थी कि टीम जल्द ही वापसी करेगी। हालांकि, अगले ही घरेलू मुकाबले में, दिल्ली कैपिटल्स ने भी बेंगलुरु में RCB को 6 विकेट से हराकर उनके जख्मों पर नमक छिड़क दिया। इस मैच में युवा बल्लेबाज केएल राहुल ने शानदार पारी खेलकर RCB से जीत छीन ली। और अब, अपने नवीनतम घरेलू मुकाबले में, पंजाब किंग्स ने भी एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में RCB को 5 विकेट से धराशायी कर दिया, जिससे टीम के घरेलू हार की हैट्रिक पूरी हो गई।
यह एक चौंकाने वाला और निराशाजनक तथ्य है कि IPL 2025 में RCB को छोड़कर बाकी सभी नौ टीमों ने कम से कम एक मैच अपने घरेलू या गोद लिए गए घरेलू मैदान पर जीता है। मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और यहां तक कि अपेक्षाकृत नई टीमें भी अपने घर पर जीत दर्ज करने में सफल रही हैं, लेकिन RCB, जिसके पास सितारों से सजी बल्लेबाजी लाइनअप है और जिनके फैंस हर मैच में स्टेडियम को नीले और लाल रंग से भर देते हैं, अभी भी अपनी घरेलू जीत का खाता खोलने के लिए संघर्ष कर रही है।
रजत पाटीदार की कप्तानी पर भी सवाल उठने लगे हैं, खासकर घरेलू मैदान पर टीम के इस लचर प्रदर्शन के बाद। हालांकि टीम ने बाहर अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन घरेलू मैदान पर लगातार हार निश्चित रूप से टीम के आत्मविश्वास और मनोबल पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। फैंस, जो हर मैच में अपनी टीम का समर्थन करने के लिए बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुँचते हैं, अब निराश और हताश महसूस कर रहे हैं।
अब सबकी निगाहें RCB के अगले घरेलू मुकाबले पर टिकी हैं, जो 24 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम और उनके लाखों फैंस इस मैच में जीत के लिए बेताब होंगे, क्योंकि वे अपनी चहेती टीम को लगातार अपने घर पर हारते हुए नहीं देख सकते। इस सीजन में RCB को कुल सात मैच अपने घरेलू मैदान पर खेलने हैं, जिसका मतलब है कि अभी भी चार महत्वपूर्ण मुकाबले बाकी हैं जिनमें वे इस शर्मनाक रिकॉर्ड को सुधार सकते हैं और अपने फैंस को कुछ खुशी के पल दे सकते हैं। सवाल यह है कि क्या RCB दबाव को झेल पाएगी और अपने घरेलू मैदान को फिर से अपने लिए एक मजबूत किला बना पाएगी?
प्रश्न 1: IPL 2025 में कौन सी टीम अपने घर पर एक भी मैच नहीं जीत पाई है?
उत्तर: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)।
प्रश्न 2: RCB को अपने घरेलू मैदान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में लगातार कितनी हार मिली हैं?
उत्तर: तीन।
प्रश्न 3: RCB का घरेलू मैदान कौन सा है और क्या उसके रिकॉर्ड ने फैंस को निराश किया है?
उत्तर: एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु, और घरेलू मैदान पर लगातार हार ने फैंस को बेहद निराश किया है।
प्रश्न 4: RCB का अगला घरेलू मुकाबला कब और किस टीम के खिलाफ है?
उत्तर: 24 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ।
प्रश्न 5: इस शर्मनाक घरेलू रिकॉर्ड के बाद क्या RCB की प्लेऑफ की उम्मीदों पर असर पड़ेगा?
उत्तर: पॉइंट्स टेबल में उनकी वर्तमान स्थिति को देखते हुए अभी कहना मुश्किल है, लेकिन घरेलू मैदान पर जीत दर्ज न कर पाना निश्चित रूप से टीम के आत्मविश्वास और प्लेऑफ की राह को कठिन बना सकता है।
क्या RCB 24 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर जीत का सूखा खत्म कर पाएगी? क्या एम चिन्नास्वामी स्टेडियम फिर से RCB का अभेद्य किला बन पाएगा? अपनी महत्वपूर्ण राय कमेंट सेक्शन में जरूर साझा करें और IPL 2025 की हर ताजा और विस्तृत खबर के लिए SportGully.in को फॉलो करते रहें। इस निराशाजनक लेकिन महत्वपूर्ण खबर को RCB के हर डाई-हार्ड फैन के साथ शेयर करना न भूलें!